नशा आत्मा और शरीर दोनो का नाश करता है-राजेश कुमार
सिरोही के घर घर में नशामुक्ति का संदेश लेकर जायेंगी आशा सहयोगी
आबू रोड, 14 अगस्त, निसं। ब्रह्माकुमारीज संस्थान के आनन्द सरोवर स्थित दिव्य अनुभूति हॉल में सिरोही जिले के आशा सहयोगियों के लिए एक दिवसीय नशामुक्ति प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिला प्रशासन के चिकित्सा विभाग तथा ब्रह्माकुमारीज संस्थान के मेडिकल प्रभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी कुमार ने कहा कि नशा शरीर, आत्मा, परिवार और समाज सभी को नुकसान पहुंचाता है। इसलिए हमें नशे पर काबू पाने का प्रयास करना चाहिए। यदि हम उन्हीं पैसों का उपयोग अपने दैनिक चीजों की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए करें तो इससे हमें काफी लाभ मिलेगा।
उन्होंने कहा कि जिले में परंपरागत जीवन जीने वाले लोगों के लिए नशा आज बड़ी बुराई बन गयी है। इसलिए हमारी जिम्मेदारी बन जाती है कि हम गांवों गॉवों में जाकर घर के प्रत्येक नागरिक का इसके प्रति सचेत करें। इसके साथ ही सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं का उपयोग करें।
इस अवसर पर ब्रह्माकुमारीज संस्थान के मेडिकल प्रभाग के सचिव डॉ बनारसी ने कहा कि आज हमारे ज्यादा युवा भाई बहनें इसका तेजी से शिकार हो रहे हैं। समय रहते इन्हें नशा के चंगुल से छुड़ाना होगा। इसके लिए हमे मिलकर प्रयास करना होगा। ब्रह्माकुमारीज संस्थान देशभर में नशामुक्ति अभियान चला रहा है। भारत सरकार के सहकारिता मंत्रालय तथा संस्थान के साथ एमओयू किया गया है। जिसमें हम सभी को मिलकर सहयोग करना चाहिए। राजयोग ध्यान से जीवन सुधारने का ऐसा नशा मिलता है कि दूसरे नशे इसके सामने फीके पड़ जाते हैं।
कार्यक्रम में एमडी साईकोलोजिस्ट डॉ जेपी कुमावत ने लोगों को विस्तार से इसके बारे में अवगत कराते हुए नशे से होने वाले नुकसान के बारे में गहराई से बताते हुए लोगों से नशामुक्त होने की अपील की। साथ ही कहा कि ब्रह्माकुमारीज संस्थान के जिस परिसर में आये है यहॉं के वातावरण से ही पता चलता है कि नशामुक्त जीवन शैली मनुष्य के लिए कितना फायदेमंद हैं। आरसीएमएचओ डॉ विवेक कुमार ने कहा कि यह कार्यक्रम हर तरह से समाजोपयोगी है।
इस अवसर पर मेडिकल प्रभाग की रिसर्च कोआर्डिनेटर डॉ गोमती अग्रवाल ने कहा कि जितना हम नशे से खुद को दूर रखेेंगे उतने ही मजबूत और सशक्त बनते रहेंगे। यही हमारे श्रेष्ठ जीवन का आधार है। परमात्मा ने हमे यह जीवन इसलिए ही दिया है। हम यह संकल्प करें कि हम प्रत्येक व्यक्ति को नशे से दूर रखने का प्रयास करेंगे।
कार्यक्रम में आशा सहयोगियों से संकल्प कराया गया। इसके साथ ही उन्हें इसके लिए प्रशिक्षण भी दिया गया।
उन्होंने कहा कि जिले में परंपरागत जीवन जीने वाले लोगों के लिए नशा आज बड़ी बुराई बन गयी है। इसलिए हमारी जिम्मेदारी बन जाती है कि हम गांवों गॉवों में जाकर घर के प्रत्येक नागरिक का इसके प्रति सचेत करें। इसके साथ ही सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं का उपयोग करें।
इस अवसर पर ब्रह्माकुमारीज संस्थान के मेडिकल प्रभाग के सचिव डॉ बनारसी ने कहा कि आज हमारे ज्यादा युवा भाई बहनें इसका तेजी से शिकार हो रहे हैं। समय रहते इन्हें नशा के चंगुल से छुड़ाना होगा। इसके लिए हमे मिलकर प्रयास करना होगा। ब्रह्माकुमारीज संस्थान देशभर में नशामुक्ति अभियान चला रहा है। भारत सरकार के सहकारिता मंत्रालय तथा संस्थान के साथ एमओयू किया गया है। जिसमें हम सभी को मिलकर सहयोग करना चाहिए। राजयोग ध्यान से जीवन सुधारने का ऐसा नशा मिलता है कि दूसरे नशे इसके सामने फीके पड़ जाते हैं।
कार्यक्रम में एमडी साईकोलोजिस्ट डॉ जेपी कुमावत ने लोगों को विस्तार से इसके बारे में अवगत कराते हुए नशे से होने वाले नुकसान के बारे में गहराई से बताते हुए लोगों से नशामुक्त होने की अपील की। साथ ही कहा कि ब्रह्माकुमारीज संस्थान के जिस परिसर में आये है यहॉं के वातावरण से ही पता चलता है कि नशामुक्त जीवन शैली मनुष्य के लिए कितना फायदेमंद हैं। आरसीएमएचओ डॉ विवेक कुमार ने कहा कि यह कार्यक्रम हर तरह से समाजोपयोगी है।
इस अवसर पर मेडिकल प्रभाग की रिसर्च कोआर्डिनेटर डॉ गोमती अग्रवाल ने कहा कि जितना हम नशे से खुद को दूर रखेेंगे उतने ही मजबूत और सशक्त बनते रहेंगे। यही हमारे श्रेष्ठ जीवन का आधार है। परमात्मा ने हमे यह जीवन इसलिए ही दिया है। हम यह संकल्प करें कि हम प्रत्येक व्यक्ति को नशे से दूर रखने का प्रयास करेंगे।
कार्यक्रम में आशा सहयोगियों से संकल्प कराया गया। इसके साथ ही उन्हें इसके लिए प्रशिक्षण भी दिया गया।